नयी दिल्ली, 14 फरवरी (एजेंसी) इस्राइली दूतावास की कार को निशाना बना कर
कल किए गए संदिग्ध आतंकी हमले में घायल हुई इस्राइल की महिला राजनयिक की
हालत 'गंभीर लेकिन स्थिर' बनी हुई है।
प्राइमस अस्पताल में भर्ती इस्राइली रक्षा अताशे की पत्नी 40 वर्षीय ताल
येहोशुआ की कल रात दो सर्जरी की गयी। विस्फोट के कारण उनके जिगर और रीढ़
की हड्डी में छर्रे घुस गए थे। उन्हें अस्पताल के सघन चिकित्सा कक्ष
:आईसीयू: में रखा गया है।
अस्पताल में अंतरराष्ट्रीय मरीजों के प्रभारी डॉक्टर दीप मक्कड़ ने कहा,
''उनकी हालत स्थिर है। उनके सभी अंग ठीक से काम कर रहे हैं और वह होश में
हैं। हम उनकी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।''
डॉक्टरों ने आशंका जताई है कि ताल येहोशुआ को लकवा हो सकता है।
डॉक्टरों ने कहा, ''ऐसी :उन्हें लकवा होने की: आशंका है क्योंकि उनकी रीढ़
की हड्डी और तंत्रिकाओं में चोट लगी है। हमने इलाज किया है लेकिन इसकी
पुष्टि हम तभी कर सकते हैं जब वह आईसीयू से बाहर आएंगी। उनके शरीर से बम
छर्रे निकाल दिए गए हैं। उनके कलेजे में चोट की वजह से खून निकल रहा था।
लेकिन इसे ठीक कर दिया गया है और वो ठीक लग रही हैं।''
डॉक्टरों ने कहा कि उनके शरीर में सूक्ष्म छर्रे घुस गए हैं और ये पूरी
उम्र उनके शरीर में ही रहेंगे लेकिन इससे उन्हें किसी प्रकार का नुकसान
नहीं होगा।
डॉक्टरों ने कहा कि येहोशुआ को केवल इतना याद है कि वहां बम विस्फोट हुआ
था और कार चालक ने उन्हें बाहर निकाला। कार चालक उन्हें अस्पताल ले जाना
चाहता था लेकिन उनकी इच्छानुसार वह उन्हें पहले दूतावास ले गया। कार
चालक मनोज शर्मा को भी कल रात दर्द की शिकायत होने पर प्राइमस अस्पताल
में भर्ती कराया गया।
डॉक्टर मक्कड़Þ ने कहा, ''मनोज को पेट और पीठ में दर्द की शिकायत के बाद
हमारे पास लाया गया। उसकी आंखों में भी चोट आयी है। हम उन्हें कुछ समय के
लिए निगरानी में रखेंगे। उनके कुछ टेस्ट किए जाएंगे जिसके बाद वह अस्पताल
से जा सकते हैं। उन्हें बहुत ही हल्की चोटें आयी हैं।''
इसी बीच राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर टी एस संधू
ने कहा, ''तीन लोग जिन्हें छर्रो की चोट के बाद अस्पताल लाया गया था,
उन्हें कल रात अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी।''
No comments:
Post a Comment