KOLKATA RAPE VICTIMS FIND A POLICE OFFICER WHO'S ON THEIR
SIDE<http://thehimalayanvoice.blogspot.com/2014/02/kolkata-rape-victims-find-police.html>
Posted by The Himalayan Voice:
*[But lately Mr. Jha has been feeling hopeful, he said in an interview,
mainly because his daughter's case is now in the hands of Damayanti Sen, a
police official who propelled the investigation into the high-profile Park
Street rape case of 2012. She also has a reputation for sensitivity, which
is rare
<http://www.nytimes.com/2013/01/23/world/asia/for-rape-victims-in-india-police-are-often-part-of-the-problem.html>
among
police officers who handle rape cases.]*
--
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United States of America
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Saturday, 1 March 2014
बाकी बच गया अण्���ा / नागार्जुन द���र तक चुप्पी सब��े ज्यादा खतरना��� है।ख्वाबों की मौत से भी ज्यादा ख
बाकी बच गया अण्डा / नागार्जुन
दूर तक चुप्पी सबसे ज्यादा खतरनाक है।ख्वाबों की मौत से भी ज्यादा खतरनाक।
पलाश विश्वास
नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश में कानून बहुत ज्यादा हैं और ऐसा लगता है कि
सरकार व्यापारियों को चोर समझती है। उन्होंने हर हफ्ते एक कानून बदल देने का
वायदा किया है।कानून बदलने को अब रह ही क्या गया है,यह समझने वाली बात
है।मुक्त बाजार के हक में सन 199
दूर तक चुप्पी सबसे ज्यादा खतरनाक है।ख्वाबों की मौत से भी ज्यादा खतरनाक।
पलाश विश्वास
नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश में कानून बहुत ज्यादा हैं और ऐसा लगता है कि
सरकार व्यापारियों को चोर समझती है। उन्होंने हर हफ्ते एक कानून बदल देने का
वायदा किया है।कानून बदलने को अब रह ही क्या गया है,यह समझने वाली बात
है।मुक्त बाजार के हक में सन 199
Fw: कालाधन के दम पर ही चलती है कालाधन के खिलाफ जि���ाद करने वालों ��ी सारी राजनीति
कालाधन के दम पर ही चलती है कालाधन के खिलाफ जिहाद करने वालों की सारी राजनीतिअगर हम आम जनता के खिलाफ एकाधिकारवादी कॉरपोरेट राज के खिलाफ हैं तो रिलायंस के खिलाफ मुकदमे से हमें क्यों परेशान होना चाहिए?अरविंद केजरीवाल और आम आदमी की पार्टी की राजनीति और उनका भविष्य चाहे कुछ भी हो, भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के तहत उन्होंने पहली बार कोई ठोस पहल की है।पलाश विश्वासइ
वातानुकूलित देश के लिए रेल,बाकी आम आदमी का सफर निषेध,गैस का दाम बढ़ाने का फैस���ा वापस नहीं हो��ा
वातानुकूलित देश के लिए रेल,बाकी आम आदमी का सफर निषेध,गैस का दाम बढ़ाने का
फैसला वापस नहीं होगा यथा मोइली उवाच।
वाक् युद्ध के साथ साथ हो गुत्थम गुत्था , हाथा पायी
फूट जाएँ दो चार खोपड़ी , टूट जाएँ दस बीस कलाई
-- काका हाथरसी
देश की सबसे बड़ी कंपनी के खिलाफ घनघोर अभियोग।जो लोग खुलासा,स्टिंग और
पर्दाफास,पैनल विशेषज्ञ हैं,उनकी फटी क्यों पड़ी है,कुछ समझ में आने वाली
फैसला वापस नहीं होगा यथा मोइली उवाच।
वाक् युद्ध के साथ साथ हो गुत्थम गुत्था , हाथा पायी
फूट जाएँ दो चार खोपड़ी , टूट जाएँ दस बीस कलाई
-- काका हाथरसी
देश की सबसे बड़ी कंपनी के खिलाफ घनघोर अभियोग।जो लोग खुलासा,स्टिंग और
पर्दाफास,पैनल विशेषज्ञ हैं,उनकी फटी क्यों पड़ी है,कुछ समझ में आने वाली
ब्रिगेड रैली स�� नमो सुनामी का ��ंदाजा लगाइये ल���किन मोदी मिसाइलों का दूरगामी ���सर त
ब्रिगेड रैली से नमो सुनामी का अंदाजा लगाइये लेकिन मोदी मिसाइलों का दूरगामी
असर तय
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
बंगाल में न भाजपा की सरकार है और न सत्तादल से उसका कोई गठबंधन है। संगठन के
लिहाज से भी बंगाल में भाजपा की ताकत नगण्य है। बुधवार को कोलकाता में
प्रधानमंत्रित्व के दावेदार नरेंद्र मोदी की ब्रिगेड रैली की भीड़ की तुलना
निश्चय ही हाल में 31 जनवी को ममत
असर तय
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
बंगाल में न भाजपा की सरकार है और न सत्तादल से उसका कोई गठबंधन है। संगठन के
लिहाज से भी बंगाल में भाजपा की ताकत नगण्य है। बुधवार को कोलकाता में
प्रधानमंत्रित्व के दावेदार नरेंद्र मोदी की ब्रिगेड रैली की भीड़ की तुलना
निश्चय ही हाल में 31 जनवी को ममत
Friday, 28 February 2014
Of Caste Massacre and Judicial Impunity: Bloodstains in Bathani Tola and Laxmanpur
Of Caste Massacre and Judicial Impunity: Bloodstains in Bathani Tola and
Laxmanpur Bathe
Anand Teltumbde
Naveen Babu Memorial Lecture 2014
At the outset let me thank DSU for giving me this opportunity to pay my
homage to comrade Yalavarthi Naveen Babu, who was martyred at the young age
of 35 in Andhra Pradesh. I
personally knew Naveen as a young man bubbling with revolutionary zeal and
energy as an
editor of Kalam, the organ of the AIRSF formed in 1990 and an organizer of
the International
Seminar on Nationality Struggles in Delhi in February 1996, which I
attended. The last I met with him was in Chennai just a few months before
his martyrdom. I complement DSU for
instituting this memorial lecture, which would help young students in JNU
to see how one of their own had lived and died for the cause of Indian
revolution.
If Naveen had been living today, he would have been in forefront in
protesting a
Laxmanpur Bathe
Anand Teltumbde
Naveen Babu Memorial Lecture 2014
At the outset let me thank DSU for giving me this opportunity to pay my
homage to comrade Yalavarthi Naveen Babu, who was martyred at the young age
of 35 in Andhra Pradesh. I
personally knew Naveen as a young man bubbling with revolutionary zeal and
energy as an
editor of Kalam, the organ of the AIRSF formed in 1990 and an organizer of
the International
Seminar on Nationality Struggles in Delhi in February 1996, which I
attended. The last I met with him was in Chennai just a few months before
his martyrdom. I complement DSU for
instituting this memorial lecture, which would help young students in JNU
to see how one of their own had lived and died for the cause of Indian
revolution.
If Naveen had been living today, he would have been in forefront in
protesting a
जाति का उन्मूल��: कल, आज और कल
जाति का उन्मूलन: कल, आज और कल<http://www.junputh.com/2014/02/blog-post_14.html>
<https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg0IZ0R5UlQfdf83L4dmmhyiLlZ4t4tOIeswjclud-sPuI8m12Sd6n3eqg3qv3r1elJNSUpljnm_6oZ_OXx84UOg7Sdxt1XPvBtdXtv0oyJVc6WQcb8eEiiR6tulQkh7FV3R2sx2MXrwxKp/s1600/Anand-Teltumbde.jpg>*आनंद
तेलतुम्बड़े *
*आनंद तेलतुम्बड़े हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण चिंतकों में एक हैं। पिछले
दिनों उनके कहे-लिखे पर काफी विवाद खड़ा किया गया है। प्रस्तुत लेख उन्होंने
''समयांतर'' के लिए लिखा था जिसका अनुवाद अभिषेक श्रीवास्तव ने किया है। यह
समयांतर के फरवरी अंक में प्रक
<https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEg0IZ0R5UlQfdf83L4dmmhyiLlZ4t4tOIeswjclud-sPuI8m12Sd6n3eqg3qv3r1elJNSUpljnm_6oZ_OXx84UOg7Sdxt1XPvBtdXtv0oyJVc6WQcb8eEiiR6tulQkh7FV3R2sx2MXrwxKp/s1600/Anand-Teltumbde.jpg>*आनंद
तेलतुम्बड़े *
*आनंद तेलतुम्बड़े हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण चिंतकों में एक हैं। पिछले
दिनों उनके कहे-लिखे पर काफी विवाद खड़ा किया गया है। प्रस्तुत लेख उन्होंने
''समयांतर'' के लिए लिखा था जिसका अनुवाद अभिषेक श्रीवास्तव ने किया है। यह
समयांतर के फरवरी अंक में प्रक
ममता को मोदी का विकल्प बनाने क�� तैयारियों पर जोरों से जुटे अन���न
[image: ममता को मोदी का विकल्प बनाने की तैयारियों पर जोरों से जुटे अन्ना]
ममता को मोदी का विकल्प बनाने की तैयारियों पर जोरों से जुटे अन्ना
[image: HASTAKSHEP]
कोलकाता/ नई दिल्ली। तीसरे मोर्चे की कवायद से अलग-थलग पड़ गयी बंगाल की
मुख्यमंत्री *ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश
करने के लिये गांधीवादी नेता अन्ना हजारे पूरी ताकत के साथ जुट गये हैं।*हाला
ममता को मोदी का विकल्प बनाने की तैयारियों पर जोरों से जुटे अन्ना
[image: HASTAKSHEP]
कोलकाता/ नई दिल्ली। तीसरे मोर्चे की कवायद से अलग-थलग पड़ गयी बंगाल की
मुख्यमंत्री *ममता बनर्जी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश
करने के लिये गांधीवादी नेता अन्ना हजारे पूरी ताकत के साथ जुट गये हैं।*हाला
परिवार वाद ही आ���े चलकर जातिवाद में विकसित होत��� है,बहस तलब- जाति उन्मूलन को बु���ियादी एजेण्डा बना
[image: परिवार वाद ही आगे चलकर जातिवाद में विकसित होता है]
परिवार वाद ही आगे चलकर जातिवाद में विकसित होता है
*बहस तलब- जाति उन्मूलन को बुनियादी एजेण्डा बनाये बगैर हम न वर्ग जाति
वर्चस्व टल्ली लगाकर तोड़ सकते हैं और न पूँजी निर्देशित राज्यतन्त्र को बदलने
की कोई पहल कर सकते हैं*
*यदि देश के सारे गरीब एक हो गये तो ?*
पलाश विश्वास
बहस की शुरुआत करें, इससे पहले एक सूचना
परिवार वाद ही आगे चलकर जातिवाद में विकसित होता है
*बहस तलब- जाति उन्मूलन को बुनियादी एजेण्डा बनाये बगैर हम न वर्ग जाति
वर्चस्व टल्ली लगाकर तोड़ सकते हैं और न पूँजी निर्देशित राज्यतन्त्र को बदलने
की कोई पहल कर सकते हैं*
*यदि देश के सारे गरीब एक हो गये तो ?*
पलाश विश्वास
बहस की शुरुआत करें, इससे पहले एक सूचना
इन चीखों का जवा��� चाहिए हमें
[image: इन चीखों का जवाब चाहिए हमें]
इन चीखों का जवाब चाहिए हमें
*क्रान्ति का स्वर हाशिये पर है, भ्रांतियाँ वर्चस्व को मजबूती दे रही हैं*
*पलाश विश्वास*
उत्तराखण्ड से अबकी सुधा राजे ने आवाज दी है, जो बहस तलब है
*जब गली में चीखती आवाज़ें गूँजी तुम नहीं उठे।*
*जब घर में सिसकने की आवाजें गूँजी तुम नहीं उठे।।*
*जब खुद तुम्हारे हृदय में चीखने के स्वर गूँजे तब भी तुम न
इन चीखों का जवाब चाहिए हमें
*क्रान्ति का स्वर हाशिये पर है, भ्रांतियाँ वर्चस्व को मजबूती दे रही हैं*
*पलाश विश्वास*
उत्तराखण्ड से अबकी सुधा राजे ने आवाज दी है, जो बहस तलब है
*जब गली में चीखती आवाज़ें गूँजी तुम नहीं उठे।*
*जब घर में सिसकने की आवाजें गूँजी तुम नहीं उठे।।*
*जब खुद तुम्हारे हृदय में चीखने के स्वर गूँजे तब भी तुम न
अमरकांत जी के अ���सान के बहाने ब��ी हुई पृथ्वी की शोकगाथ
अमरकांत जी के अवसान के बहाने बची हुई पृथ्वी की शोकगाथा
पलाश विश्वास
<https://www.facebook.com/alokputul>
पृथ्वी अगर मुक्त बाजार संस्कृति से कहीं बची है तो इलाहाबाद में।पिछले दिनों
हमारे फिल्मकार मित्र राजीव कुमार ने ऐसा कहा था। दूसरे फिल्मकार मित्र और
उससे ज्यादा हमारे भाई संजय जोशी से जब उनकी पुश्तैनी सोमेश्वर घाटी पर फिल्म
बनाने की बात कही हमने तो दिल्ली में बस गये संजू ने
पलाश विश्वास
<https://www.facebook.com/alokputul>
पृथ्वी अगर मुक्त बाजार संस्कृति से कहीं बची है तो इलाहाबाद में।पिछले दिनों
हमारे फिल्मकार मित्र राजीव कुमार ने ऐसा कहा था। दूसरे फिल्मकार मित्र और
उससे ज्यादा हमारे भाई संजय जोशी से जब उनकी पुश्तैनी सोमेश्वर घाटी पर फिल्म
बनाने की बात कही हमने तो दिल्ली में बस गये संजू ने
अमरकांत जी के अ���सान के बहाने ब��ी हुई पृथ्वी की शोकगाथ
अमरकांत जी के अवसान के बहाने बची हुई पृथ्वी की शोकगाथा
पलाश विश्वासएक जरुरी नोटः आज सुबह पुराने मित्र उर्मिलेश के फोन से नींद खुली।मुझे स्मृतिभ्रंश की वजह से इस आलेख में तथ्यात्मक गलतियों की आशंका ज्यादा थीं।
आज सुबह दुबारा इसके टुकड़े मोबाइल पाठकों के लिए फेसबुक पर दर्ज कराते हुए छिटपुट गलतियां नजर भी आयीं। यथासंभव दुरुस्त करके यह आलेख कुछ देर
पलाश विश्वासएक जरुरी नोटः आज सुबह पुराने मित्र उर्मिलेश के फोन से नींद खुली।मुझे स्मृतिभ्रंश की वजह से इस आलेख में तथ्यात्मक गलतियों की आशंका ज्यादा थीं।
आज सुबह दुबारा इसके टुकड़े मोबाइल पाठकों के लिए फेसबुक पर दर्ज कराते हुए छिटपुट गलतियां नजर भी आयीं। यथासंभव दुरुस्त करके यह आलेख कुछ देर
Thursday, 27 February 2014
इतिहास पर उनका ���र सुवचन हास्यास्पद है।अर्थशास्त्र पर उनके स���रे तथ्य गलत है��। विदेशनीति पर उनक
इतिहास पर उनका हर सुवचन हास्यास्पद है।अर्थशास्त्र पर उनके सारे तथ्य गलत
हैं। विदेशनीति पर उनकी सिंहदहाड़ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक। चीन
के खिलाफ जो मोर्चा उन्होंने खोल दिया है,वह न केवल नेहरु की ऐतिहासिक भूल की
आत्मघाती पुनरावृत्ति है,बल्कि वाजपेयी की राजनयिक उपलब्धियों का गुड़ गोबर
हैं।
पलाश विश्वास
Navbharat Times Online <https://www.facebook.com/navbharattimes>
राजनाथ सिंह द
हैं। विदेशनीति पर उनकी सिंहदहाड़ राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक। चीन
के खिलाफ जो मोर्चा उन्होंने खोल दिया है,वह न केवल नेहरु की ऐतिहासिक भूल की
आत्मघाती पुनरावृत्ति है,बल्कि वाजपेयी की राजनयिक उपलब्धियों का गुड़ गोबर
हैं।
पलाश विश्वास
Navbharat Times Online <https://www.facebook.com/navbharattimes>
राजनाथ सिंह द
Monday, 24 February 2014
जाति उन्मूलन स��� ही खत्म हो सकत��� है रंगभेद। थम ���काता है अश्वमेधी नरसंहार और ज���पदों का सफाया। बहस
जाति उन्मूलन से ही खत्म हो सकता है रंगभेद। थम सकाता है अश्वमेधी नरसंहार और
जनपदों का सफाया।
बहसतलब ,हम गुलाम प्रजाजन स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक कब बनेंगे?कृपया
खुलकर लिखें।
संघ परिवार की कृपा से पत्रकारों गैरपत्रकारों की जो कूकूरगति हुई है,उसके बाद
मीडिया का हिंदुत्व और नमोमय भारत निर्माण के लिए अतिशय मीडिया सक्रियता इस
दुश्चक्र का तार्किक परिणाम
जनपदों का सफाया।
बहसतलब ,हम गुलाम प्रजाजन स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक कब बनेंगे?कृपया
खुलकर लिखें।
संघ परिवार की कृपा से पत्रकारों गैरपत्रकारों की जो कूकूरगति हुई है,उसके बाद
मीडिया का हिंदुत्व और नमोमय भारत निर्माण के लिए अतिशय मीडिया सक्रियता इस
दुश्चक्र का तार्किक परिणाम
Fw: बतौर सांसद,वि���ायक अतिथि कलाकारों की भूमिका ���ो बताइये,दीदी!
बतौर सांसद,विधायक अतिथि कलाकारों की भूमिका तो बताइये,दीदी!
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
ममता बनर्जी के प्रधानमंत्रित्व के दावे और उन्हें गांधीवादी नेता अन्ना हजारे
के समर्थन से बाकी देश में कुछ असर हो या न हो,बंगाल में विपक्ष के सफाये की
पूरी तैयारी है। लेकिन दीदी जिस तरह से राजनेताओं के बदले संसद और लोकसभा में
कलाकारों, पत्रकारों और बुद्धिजीवियों
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
ममता बनर्जी के प्रधानमंत्रित्व के दावे और उन्हें गांधीवादी नेता अन्ना हजारे
के समर्थन से बाकी देश में कुछ असर हो या न हो,बंगाल में विपक्ष के सफाये की
पूरी तैयारी है। लेकिन दीदी जिस तरह से राजनेताओं के बदले संसद और लोकसभा में
कलाकारों, पत्रकारों और बुद्धिजीवियों
बहसतलब ,हम गुलाम प्रजाजन स्वत��त्र देश के स्वतंत्र नागरिक कब ���नेंगे?कृपया खुलकर लिखें
बहसतलब ,हम गुलाम प्रजाजन स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक कब बनेंगे?कृपया
खुलकर लिखें।
पलाश विश्वास
बहसतलब ,हम गुलाम प्रजाजन स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक कब बनेंगे?कृपया
खुलकर लिखें।
कवियों को हमने कविता में रायदेने की छूट दे रखी है और मानते भी हैं हम कि हर
बंद दरवाजे पर दस्तक के लिए कविता से बेहतर कोई हाथ नहीं। हम यह बहस आपकी राय
मिलने के बाद ही समेटेंग
खुलकर लिखें।
पलाश विश्वास
बहसतलब ,हम गुलाम प्रजाजन स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक कब बनेंगे?कृपया
खुलकर लिखें।
कवियों को हमने कविता में रायदेने की छूट दे रखी है और मानते भी हैं हम कि हर
बंद दरवाजे पर दस्तक के लिए कविता से बेहतर कोई हाथ नहीं। हम यह बहस आपकी राय
मिलने के बाद ही समेटेंग
Fw: Fwd: [PVCHR through photography] BENARASI DEATH NET
24/02/2014 anupsrivastava<minority.pvchr@gmail.com>
---
Dear All
Greetings from PVCHR/JMN
please see the report.
<https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjepNNBR-35zsfegG_kSnyx0khzyEWzMje2l5cXDatafSEgdu-u3WDbGDGxUDIsUbSjXIgBBtrFZfamE6ZSZFcTCXVYkwjibVibOdq9-viyp6w9pHs2TKOOyyKT5LezfU8quGh4VBKXkHqk/s1600/Weavers-TB.jpg>
A report on suicide and malnutrition among weavers in Varanasi was
prepared by the People's Vigilance Committee on Human Rights in
collaboration with ActionAid, an international anti-poverty agency. It said
that about 175 weavers fell prey to financial hardships since 2002. The
Economic Survey (2009-10) estimates that over 50 per cent weavers' children
are malnourished. There is a high prevalence of TB, particularly multi-drug
resistant tuberculosis (MDR-TB). The survey also said that while the human
development index of India is steadily improving, weavers and their
children in Varanasi continue to die either by committing suicide or
succumbing to malnutrition.
http://www.dailypioneer.com/sunday-edition/sunday-pioneer/investigation/benarasi-death
---
Dear All
Greetings from PVCHR/JMN
please see the report.
<https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjepNNBR-35zsfegG_kSnyx0khzyEWzMje2l5cXDatafSEgdu-u3WDbGDGxUDIsUbSjXIgBBtrFZfamE6ZSZFcTCXVYkwjibVibOdq9-viyp6w9pHs2TKOOyyKT5LezfU8quGh4VBKXkHqk/s1600/Weavers-TB.jpg>
A report on suicide and malnutrition among weavers in Varanasi was
prepared by the People's Vigilance Committee on Human Rights in
collaboration with ActionAid, an international anti-poverty agency. It said
that about 175 weavers fell prey to financial hardships since 2002. The
Economic Survey (2009-10) estimates that over 50 per cent weavers' children
are malnourished. There is a high prevalence of TB, particularly multi-drug
resistant tuberculosis (MDR-TB). The survey also said that while the human
development index of India is steadily improving, weavers and their
children in Varanasi continue to die either by committing suicide or
succumbing to malnutrition.
http://www.dailypioneer.com/sunday-edition/sunday-pioneer/investigation/benarasi-death
Sunday, 23 February 2014
Fw: मध्य वर्ग को खैरात बाँटो और द���श बेचो धंधा बे��गाम
19/02/2014 bangaindigenous<bangaindigenous@gmail.com>
---
[image: मध्य वर्ग को खैरात बाँटो और देश बेचो धंधा बेलगाम]
मध्य वर्ग को खैरात बाँटो और देश बेचो धंधा बेलगाम
[image: HASTAKSHEP]
*पलाश विश्वास*
अन्तरिम बजट 2014-14: वित्त मंत्री की सौगात
देश का प्रधानमंत्री अर्थशास्त्री है। योजना आयोग के उपाध्यक्ष अर्थशास्त्री
हैं। सारे *नीति निर्धारक कॉरपोरेट अर्थशास्त्री *हैं, जिनके तार सीधे विश्व
व्यवस्था के नियन्त्रक संस्थानों से हैं। ले
---
[image: मध्य वर्ग को खैरात बाँटो और देश बेचो धंधा बेलगाम]
मध्य वर्ग को खैरात बाँटो और देश बेचो धंधा बेलगाम
[image: HASTAKSHEP]
*पलाश विश्वास*
अन्तरिम बजट 2014-14: वित्त मंत्री की सौगात
देश का प्रधानमंत्री अर्थशास्त्री है। योजना आयोग के उपाध्यक्ष अर्थशास्त्री
हैं। सारे *नीति निर्धारक कॉरपोरेट अर्थशास्त्री *हैं, जिनके तार सीधे विश्व
व्यवस्था के नियन्त्रक संस्थानों से हैं। ले
Fw: दाम तो गैस के ��ढ़ेंगे ही,अब मिलेगी भी नहीं,रस���ई का दूसरा इंत��म जरुर कर लें।
दाम तो गैस के बढ़ेंगे ही,अब मिलेगी भी नहीं,रसोई का दूसरा इंताम जरुर कर लें।
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
दाम तो गैस के बढ़ेंगे ही,अब मिलेगी भी नहीं,रसोई का दूसरा इंताम जरुर कर
लें।25 परवरी को रसोई गैस हड़ताल का साझा आह्वान किया है आल इंडिया एलपीजी
डिस्ट्रीब्यटर्स फेडरेशन और फेडरेशन आफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स आफ इंडिया
ने।बंगाल में इस हड़ताल की पूरी त
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
दाम तो गैस के बढ़ेंगे ही,अब मिलेगी भी नहीं,रसोई का दूसरा इंताम जरुर कर
लें।25 परवरी को रसोई गैस हड़ताल का साझा आह्वान किया है आल इंडिया एलपीजी
डिस्ट्रीब्यटर्स फेडरेशन और फेडरेशन आफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स आफ इंडिया
ने।बंगाल में इस हड़ताल की पूरी त
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