[image: इन चीखों का जवाब चाहिए हमें]
इन चीखों का जवाब चाहिए हमें
*क्रान्ति का स्वर हाशिये पर है, भ्रांतियाँ वर्चस्व को मजबूती दे रही हैं*
*पलाश विश्वास*
उत्तराखण्ड से अबकी सुधा राजे ने आवाज दी है, जो बहस तलब है
*जब गली में चीखती आवाज़ें गूँजी तुम नहीं उठे।*
*जब घर में सिसकने की आवाजें गूँजी तुम नहीं उठे।।*
*जब खुद तुम्हारे हृदय में चीखने के स्वर गूँजे तब भी तुम न
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