Pages

Free counters!
FollowLike Share It

Friday 28 February 2014

इन चीखों का जवा��� चाहिए हमें

[image: इन चीखों का जवाब चाहिए हमें]
इन चीखों का जवाब चाहिए हमें

*क्रान्ति का स्वर हाशिये पर है, भ्रांतियाँ वर्चस्व को मजबूती दे रही हैं*

*पलाश विश्वास*

उत्तराखण्ड स‌े अबकी स‌ुधा राजे ने आवाज दी है, जो बहस तलब है

*जब गली में चीखती आवाज़ें गूँजी तुम नहीं उठे।*

*जब घर में सिसकने की आवाजें गूँजी तुम नहीं उठे।।*

*जब खुद तुम्हारे हृदय में चीखने के स्वर गूँजे तब भी तुम न

No comments:

Post a Comment