विश्वरुपम विवाद आखिर पब्लिसिटी स्टंट निकला!
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
मूवीः विश्वरूप
कलाकार : कमल हासन, पूजा कुमार, शेखर कपूर, राहुल बोस, एंड्रिया जर्मिया
निर्माता : एस. चंद्रा हासन, प्रसाद वी. पोतलपुरी
निर्देशक : कमल हासन
गीत : संगीतः शंकर एहसान लॉय
अवधि : 124mins
मूवी टाइप : Action
विश्वरुपम विवाद आखिर पब्लिसिटी स्टंट निकला!तlमिलनाडु की मुख्यमत्री ने जहां बंगाल की मुख्यमंत्री की तरह सिस्टर एक्ट करके मुसलिम वोट बैंक साधने की कवायद कर ली , वहीं फिल्म का विरोध कर रहे मुस्लि संगठनों से समझौता करके विश्वरुपम को हिट कराने का बंदोबस्त कर लिया कमल हसन ने। ममता ने ऐन पंचायत चुनाव से पहले सलमान रुशदी को कोलकाता आने से रोककर मुसलमानों का दिल जीत लिया, वहीं विश्वरुपम विवाद से जयललिता ने करुणानिधि को पटखनी देने में कामयाबी हासिल कर ली। फिल्म रिलीज होने से पहले ही इतनी पब्लिसिटी हो गयी की कमल हसन बम बम है। देखना है कि अब बाक्स आफिस क्या गुल खिलाता है। मालूम हो कि हे राम की भी गजब की पब्लिसिटी हुई थी । कमल के अलावा इस फिल्म में शाहरुख बादशाह भी थे, पर पब्लिसिटी ने तब कुछ खास कमाल नहीं किया। बहराहाल इस विवाद से इस्लामी कट्टरपंथ के विरुद्ध हिंदुत्व की शक्तियों को पुनर्गठित होने का मौका मिल गया। फिल्म की पब्लिसिटी के चक्कर में कमल हसन संघ परिवार और कट्टर मुस्लिम संगठनों के काम आये। धर्म को लेकर यह विवाद फिल्म इंडस्ट्री की सेहत के लिएकितना फायदेमंद साबित होगा, कह नहीं सकते। फिल्मकार अ अदाकार कमल हसन को ऐसे विवाद की क्या जरुरत थी , असली सवाल यही है।तकरीबन हफ्तेभर चले सस्पेंस और ड्रामे का खात्मा करते हुए कलम हासन की विवादित तमिल फिल्म 'विश्वरूपम' कुछ सीन हटाए जाने के बाद राज्य में रिलीज के लिए तैयार है। गौरतलब है कि इस फिल्म का विरोध करने वाले कुछ मुस्लिम संगठनों का आरोप था कि इसमें कुछ ऐसे दृश्य हैं जिनसे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं।समीक्षाओं के मुताबिक तो फिल्म 'विश्वरुपम' की कहानी कमियों से भरी है। कमल ने जिंदगी भर की कमाई लगाने के बाद मुनाफा कमाना तो दूर, इस कमाई की वसूली करना भी अब उन्हें नामुमकिन नजर आ रहा है।
विवाद इतना जोरदार रहा कि कमल हासन की विवादित फिल्म विश्वरुपम परइंडस्ट्री के धर्म निरफपेक्ष चेहरे के बतौर मशहूरसलमान खान ने सोशल मीडिया पर अपने फैन्स से कहा है कि इस मुद्दे पर वह कमल हासन का सहयोग करें। उन्होंने अपने ट्विट के जरिए तमाम फैन्स से गुजारिश करी कि वह कमल हासन की विवादित फिल्म को देखें।सलमान ने यह भी कहा है कि इस फिल्म देखने के लिए बगावत तक कर डालें।लगभग 10 से 12 ट्विट्स करके सलमान खान ने कहा कि वह इस फिल्म को देखेंगे।हालांकि जब उनके एक फैन ने विश्वरुपम से जुड़े विवाद पर सवाल पूछा तो उन्होंने खास जवाब नहीं दिया और कहा कि इस बारे में वह फिल्म देखकर ही कोई बयान दे सकते हैं। इसके बाद सलमान खान लगातार ट्विट करते चले गए और उन्होंने इस विवादित फिल्म पर अखबारों में छपे कुछ लेखों को भी अपलोड किया। सलमान ने कहा कि वह इस फिल्म को देखेंगे और फिर फैसला करेंगे कि यह फिल्म उन्हें कैसी लगी।
कहां तो कमल हसन मकबूल फिदा हुसैन की तरह देश छोड़ने को तैयार थे और कहां उन्होंने जयललिता कि मदद से समझौता कर लिया। बल्ले बल्ले तो मैडम जयललिता की हो गयी। इस विवाद से कमल का विश्वरुप दर्शन तो भारतीय फिल्मप्रेमियों को बिना फिल्म देखे ही हो गया।तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने पहले 'विश्वरूपम' पर लगे प्रतिबंध को जायज ठहराया। साथ ही विवाद को सुलझाने के लिए उन्होंने मदद की पेशकश भी की। इस पर कमल हासन ने सुप्रीम कोर्ट जाने का इरादा त्याग दिया है।आखिरकार, तमिलनाडु सरकार की मध्यस्थता में हासन और फिल्म का विरोध कर रहे मुस्लिम संगठनों के बीच शनिवार को बातचीत हुई जिसमें दोनों पक्षों के बीच सुलह हो गई।अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म 'विश्वरुपम' पर मुस्लिम संगठनों के विरोध को खत्म करने के इरादे से प्रसिद्ध अभिनेता कमल हासन फिल्म के सात दृश्यों को काटकर उसे रिलीज करने पर राजी हो गए है। जिससे तमिलनाडु में उनकी फिल्म के रिलीज होने का रास्ता साफ हो गया है।कमल हासन आज ही मुस्लिम संगठनों और राज्य सरकार के प्रतिनिधि से बात करने के लिए मुंबई से चेन्नई पहुंचे। राज्य सरकार के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने राज्य के गृह सचिव आर राजेंद्रन और फिल्म पर आपत्ति करने वाले 24 मुस्लिम संगठनो के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। सचिवालय में साढे चार घंटे तक चली बातचीत के बाद ही यह गतिरोध खत्म हो पाया।इस मुलाकात के बाद कमल हासन ने पत्रकारों से कहा कि वह मुस्लिम संगठनो की मांग पर सहमत होकर उन सात दृश्यों को हटाने पर राजी हो गए हैं जिन पर उन्हें आपत्ति थी। तमिलनाडु मुस्लिम मुनेत्र कषगम के नेता जवाहिरूल्लाह ने भी बताया कि उनका संगठन भी कमल हासन के कदम से संतुष्ट है।
कमल हासन की फिल्म 'विश्वरूपम' पर जो कुछ भी हुआ, ऐसा हिंदी फिल्मों के साथ पहले भी होता रहा है। कई फिल्में राजनीति और संप्रदायवाद का शिकार हुई हैं। कुछ फिल्में तो ऐसी भी रही हैं जिनकी शूटिंग के समय ही विवाद होना शुरू हो गया और फिल्मकारों को किसी दूसरे मुल्क में जाकर फिल्म की शूटिंग करनी पड़ी। फिल्मों को रोकने या उसके कुछ हिस्सों में आपत्ति करने के लिए कभी हिंदू संगठन आगे आते रहे हैं तो कभी मुस्लिम, तो कभी-कभी हिंदू धर्म की जातियां। ऐसा भी हुआ है कि खुद सरकार ने आगे बढ़कर फिल्म पर अवरोध खड़ा कर दिया हो।ऐसे विवादों का सरोकार फिल्म के बजाय राजनीति और वोटबैंक से ही होता है। विश्वरुपम के मामले में यह एक बार फिर साबित हुआ।
कमल की इस फिल्म का रिलीज से पहले ही विवादों के साथ रिश्ता जुड़ गया। सिनेमाघरों पर फिल्म की रिलीज से पहले डीटीएच पर फिल्म की रिलीज के ऐलान के बाद कमल का साउथ के सिनेमा मालिकों से छत्तीस का आंकड़ा हुआ और उन्होंने फिल्म का बायकॉट करने का ऐलान कर दिया।कुछ अरसे बाद सिनेमा मालिकों के साथ डील फाइनल हुई, तो फिल्म की कहानी पर ऐसा विवाद शुरू हुआ कि तमिलनाडु सरकार ने कुछ मुस्लिम संगठनों के विरोध की बात कहकर फिल्म पर बैन लगा दिया। खैर, विवादों में घिरी कमल की यह फिल्म अब जब दर्शकों के सामने है, तो इसे देखने वाला हर दर्शक हैरान है कि आखिर विरोध क्यों किया जा रहा था। यह फिल्म आतंकवाद के मुद्दे पर बनी है और कमल ने अपनी बात लोगों तक पहुंचाने के लिए अफगानिस्तान और अमेरिका को चुना है।बतौर डायरेक्टर कमल ने फिल्म के हर सीन पर बहुत मेहनत की है। फिल्म के कई एक्शन सीन और लोकेशन हॉलिवुड फिल्मों को टक्कर देने का दम रखते हैं। वहीं, इंटरवल के बाद कहानी में ठहराव और कमल का पर्दे पर ज्यादा नजर आने का मोह इस फिल्म को कमजोर करता है। ऐसे में राहुल बोस और पूजा कुमार के किरदार फिल्म में दबकर रह जाते हैं।
करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई इस फिल्म के अभिनेता हासन ने संवाददाताओं से कहा, ''विचार-विमर्श के तुरंत बाद हम रिलीज की तारीख घोषित कर देंगे। हम अपनी तकनीकी टीम से भी विचार-विमर्श करेंगे।''
हासन ने कहा कि वह मद्रास उच्च न्यायालय में दायर उस याचिका को वापस ले लेंगे जिसमें फिल्म की रिलीज पर लगाई गई दो हफ्ते की पाबंदी को चुनौती दी गयी थी। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार फिल्म से पाबंदी हटा लेगी। तमिलनाडु मुस्लिम मुनेत्र कड़गम के प्रतिनिधि और विधायक एमएच जवाहिरुल्ला ने कहा कि हासन फिल्म के कुछ ऐसे दृश्य काटने पर राजी हुए हैं जिन पर मुस्लिमों को आपत्ति है।
मुख्यमंत्री जयललिता की ओर से फिल्म की रिलीज का रास्ता साफ कराने के वादे के बाद हुई त्रिपक्षीय बैठक संपन्न होने पर जवाहिरुल्ला ने कहा, ''बैठक का नतीजा अच्छा रहा।'' बहुभाषी फिल्म विश्वरूपम 11 जनवरी को ही रिलीज होने वाली थी। यह केरल सहित अन्य राज्यों में रिलीज हो चुकी है। शुक्रवार को उत्तर भारत के सिनेमाघरों में यह फिल्म रिलीज हुई।
हासन के मुताबिक, जहां-जहां यह फिल्म रिलीज हुई वहां इसे दर्शकों की बेहतर प्रतिक्रिया मिली।
कमल हासन की विवादित फिल्म 'विश्वरूपम' सलमान खान को हॉलीलुड के स्तर की लगी। कमल हासन ने बताया कि सलमान खान को उनकी फिल्म 'विश्वरूपम' अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप लगी।हासन ने ये बात शुक्रवार को फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान बताई। कमल हासन उत्तर प्रदेश में अपनी फिल्म को मिली सफलता से काफी खुश हैं। लेकिन फिलहाल उन्हें इंतज़ार है, फिल्म के तमिल और तेलगू संस्करण पर लगी रोक के हटने का।हसन अपनी फिल्म के प्रचार के सिलसिले में 31 जनवरी तक मुंबई में थे।
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
मूवीः विश्वरूप
कलाकार : कमल हासन, पूजा कुमार, शेखर कपूर, राहुल बोस, एंड्रिया जर्मिया
निर्माता : एस. चंद्रा हासन, प्रसाद वी. पोतलपुरी
निर्देशक : कमल हासन
गीत : संगीतः शंकर एहसान लॉय
अवधि : 124mins
मूवी टाइप : Action
विश्वरुपम विवाद आखिर पब्लिसिटी स्टंट निकला!तlमिलनाडु की मुख्यमत्री ने जहां बंगाल की मुख्यमंत्री की तरह सिस्टर एक्ट करके मुसलिम वोट बैंक साधने की कवायद कर ली , वहीं फिल्म का विरोध कर रहे मुस्लि संगठनों से समझौता करके विश्वरुपम को हिट कराने का बंदोबस्त कर लिया कमल हसन ने। ममता ने ऐन पंचायत चुनाव से पहले सलमान रुशदी को कोलकाता आने से रोककर मुसलमानों का दिल जीत लिया, वहीं विश्वरुपम विवाद से जयललिता ने करुणानिधि को पटखनी देने में कामयाबी हासिल कर ली। फिल्म रिलीज होने से पहले ही इतनी पब्लिसिटी हो गयी की कमल हसन बम बम है। देखना है कि अब बाक्स आफिस क्या गुल खिलाता है। मालूम हो कि हे राम की भी गजब की पब्लिसिटी हुई थी । कमल के अलावा इस फिल्म में शाहरुख बादशाह भी थे, पर पब्लिसिटी ने तब कुछ खास कमाल नहीं किया। बहराहाल इस विवाद से इस्लामी कट्टरपंथ के विरुद्ध हिंदुत्व की शक्तियों को पुनर्गठित होने का मौका मिल गया। फिल्म की पब्लिसिटी के चक्कर में कमल हसन संघ परिवार और कट्टर मुस्लिम संगठनों के काम आये। धर्म को लेकर यह विवाद फिल्म इंडस्ट्री की सेहत के लिएकितना फायदेमंद साबित होगा, कह नहीं सकते। फिल्मकार अ अदाकार कमल हसन को ऐसे विवाद की क्या जरुरत थी , असली सवाल यही है।तकरीबन हफ्तेभर चले सस्पेंस और ड्रामे का खात्मा करते हुए कलम हासन की विवादित तमिल फिल्म 'विश्वरूपम' कुछ सीन हटाए जाने के बाद राज्य में रिलीज के लिए तैयार है। गौरतलब है कि इस फिल्म का विरोध करने वाले कुछ मुस्लिम संगठनों का आरोप था कि इसमें कुछ ऐसे दृश्य हैं जिनसे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं।समीक्षाओं के मुताबिक तो फिल्म 'विश्वरुपम' की कहानी कमियों से भरी है। कमल ने जिंदगी भर की कमाई लगाने के बाद मुनाफा कमाना तो दूर, इस कमाई की वसूली करना भी अब उन्हें नामुमकिन नजर आ रहा है।
विवाद इतना जोरदार रहा कि कमल हासन की विवादित फिल्म विश्वरुपम परइंडस्ट्री के धर्म निरफपेक्ष चेहरे के बतौर मशहूरसलमान खान ने सोशल मीडिया पर अपने फैन्स से कहा है कि इस मुद्दे पर वह कमल हासन का सहयोग करें। उन्होंने अपने ट्विट के जरिए तमाम फैन्स से गुजारिश करी कि वह कमल हासन की विवादित फिल्म को देखें।सलमान ने यह भी कहा है कि इस फिल्म देखने के लिए बगावत तक कर डालें।लगभग 10 से 12 ट्विट्स करके सलमान खान ने कहा कि वह इस फिल्म को देखेंगे।हालांकि जब उनके एक फैन ने विश्वरुपम से जुड़े विवाद पर सवाल पूछा तो उन्होंने खास जवाब नहीं दिया और कहा कि इस बारे में वह फिल्म देखकर ही कोई बयान दे सकते हैं। इसके बाद सलमान खान लगातार ट्विट करते चले गए और उन्होंने इस विवादित फिल्म पर अखबारों में छपे कुछ लेखों को भी अपलोड किया। सलमान ने कहा कि वह इस फिल्म को देखेंगे और फिर फैसला करेंगे कि यह फिल्म उन्हें कैसी लगी।
कहां तो कमल हसन मकबूल फिदा हुसैन की तरह देश छोड़ने को तैयार थे और कहां उन्होंने जयललिता कि मदद से समझौता कर लिया। बल्ले बल्ले तो मैडम जयललिता की हो गयी। इस विवाद से कमल का विश्वरुप दर्शन तो भारतीय फिल्मप्रेमियों को बिना फिल्म देखे ही हो गया।तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता ने पहले 'विश्वरूपम' पर लगे प्रतिबंध को जायज ठहराया। साथ ही विवाद को सुलझाने के लिए उन्होंने मदद की पेशकश भी की। इस पर कमल हासन ने सुप्रीम कोर्ट जाने का इरादा त्याग दिया है।आखिरकार, तमिलनाडु सरकार की मध्यस्थता में हासन और फिल्म का विरोध कर रहे मुस्लिम संगठनों के बीच शनिवार को बातचीत हुई जिसमें दोनों पक्षों के बीच सुलह हो गई।अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म 'विश्वरुपम' पर मुस्लिम संगठनों के विरोध को खत्म करने के इरादे से प्रसिद्ध अभिनेता कमल हासन फिल्म के सात दृश्यों को काटकर उसे रिलीज करने पर राजी हो गए है। जिससे तमिलनाडु में उनकी फिल्म के रिलीज होने का रास्ता साफ हो गया है।कमल हासन आज ही मुस्लिम संगठनों और राज्य सरकार के प्रतिनिधि से बात करने के लिए मुंबई से चेन्नई पहुंचे। राज्य सरकार के हस्तक्षेप के बाद उन्होंने राज्य के गृह सचिव आर राजेंद्रन और फिल्म पर आपत्ति करने वाले 24 मुस्लिम संगठनो के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। सचिवालय में साढे चार घंटे तक चली बातचीत के बाद ही यह गतिरोध खत्म हो पाया।इस मुलाकात के बाद कमल हासन ने पत्रकारों से कहा कि वह मुस्लिम संगठनो की मांग पर सहमत होकर उन सात दृश्यों को हटाने पर राजी हो गए हैं जिन पर उन्हें आपत्ति थी। तमिलनाडु मुस्लिम मुनेत्र कषगम के नेता जवाहिरूल्लाह ने भी बताया कि उनका संगठन भी कमल हासन के कदम से संतुष्ट है।
कमल हासन की फिल्म 'विश्वरूपम' पर जो कुछ भी हुआ, ऐसा हिंदी फिल्मों के साथ पहले भी होता रहा है। कई फिल्में राजनीति और संप्रदायवाद का शिकार हुई हैं। कुछ फिल्में तो ऐसी भी रही हैं जिनकी शूटिंग के समय ही विवाद होना शुरू हो गया और फिल्मकारों को किसी दूसरे मुल्क में जाकर फिल्म की शूटिंग करनी पड़ी। फिल्मों को रोकने या उसके कुछ हिस्सों में आपत्ति करने के लिए कभी हिंदू संगठन आगे आते रहे हैं तो कभी मुस्लिम, तो कभी-कभी हिंदू धर्म की जातियां। ऐसा भी हुआ है कि खुद सरकार ने आगे बढ़कर फिल्म पर अवरोध खड़ा कर दिया हो।ऐसे विवादों का सरोकार फिल्म के बजाय राजनीति और वोटबैंक से ही होता है। विश्वरुपम के मामले में यह एक बार फिर साबित हुआ।
कमल की इस फिल्म का रिलीज से पहले ही विवादों के साथ रिश्ता जुड़ गया। सिनेमाघरों पर फिल्म की रिलीज से पहले डीटीएच पर फिल्म की रिलीज के ऐलान के बाद कमल का साउथ के सिनेमा मालिकों से छत्तीस का आंकड़ा हुआ और उन्होंने फिल्म का बायकॉट करने का ऐलान कर दिया।कुछ अरसे बाद सिनेमा मालिकों के साथ डील फाइनल हुई, तो फिल्म की कहानी पर ऐसा विवाद शुरू हुआ कि तमिलनाडु सरकार ने कुछ मुस्लिम संगठनों के विरोध की बात कहकर फिल्म पर बैन लगा दिया। खैर, विवादों में घिरी कमल की यह फिल्म अब जब दर्शकों के सामने है, तो इसे देखने वाला हर दर्शक हैरान है कि आखिर विरोध क्यों किया जा रहा था। यह फिल्म आतंकवाद के मुद्दे पर बनी है और कमल ने अपनी बात लोगों तक पहुंचाने के लिए अफगानिस्तान और अमेरिका को चुना है।बतौर डायरेक्टर कमल ने फिल्म के हर सीन पर बहुत मेहनत की है। फिल्म के कई एक्शन सीन और लोकेशन हॉलिवुड फिल्मों को टक्कर देने का दम रखते हैं। वहीं, इंटरवल के बाद कहानी में ठहराव और कमल का पर्दे पर ज्यादा नजर आने का मोह इस फिल्म को कमजोर करता है। ऐसे में राहुल बोस और पूजा कुमार के किरदार फिल्म में दबकर रह जाते हैं।
करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई इस फिल्म के अभिनेता हासन ने संवाददाताओं से कहा, ''विचार-विमर्श के तुरंत बाद हम रिलीज की तारीख घोषित कर देंगे। हम अपनी तकनीकी टीम से भी विचार-विमर्श करेंगे।''
हासन ने कहा कि वह मद्रास उच्च न्यायालय में दायर उस याचिका को वापस ले लेंगे जिसमें फिल्म की रिलीज पर लगाई गई दो हफ्ते की पाबंदी को चुनौती दी गयी थी। उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार फिल्म से पाबंदी हटा लेगी। तमिलनाडु मुस्लिम मुनेत्र कड़गम के प्रतिनिधि और विधायक एमएच जवाहिरुल्ला ने कहा कि हासन फिल्म के कुछ ऐसे दृश्य काटने पर राजी हुए हैं जिन पर मुस्लिमों को आपत्ति है।
मुख्यमंत्री जयललिता की ओर से फिल्म की रिलीज का रास्ता साफ कराने के वादे के बाद हुई त्रिपक्षीय बैठक संपन्न होने पर जवाहिरुल्ला ने कहा, ''बैठक का नतीजा अच्छा रहा।'' बहुभाषी फिल्म विश्वरूपम 11 जनवरी को ही रिलीज होने वाली थी। यह केरल सहित अन्य राज्यों में रिलीज हो चुकी है। शुक्रवार को उत्तर भारत के सिनेमाघरों में यह फिल्म रिलीज हुई।
हासन के मुताबिक, जहां-जहां यह फिल्म रिलीज हुई वहां इसे दर्शकों की बेहतर प्रतिक्रिया मिली।
कमल हासन की विवादित फिल्म 'विश्वरूपम' सलमान खान को हॉलीलुड के स्तर की लगी। कमल हासन ने बताया कि सलमान खान को उनकी फिल्म 'विश्वरूपम' अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप लगी।हासन ने ये बात शुक्रवार को फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान बताई। कमल हासन उत्तर प्रदेश में अपनी फिल्म को मिली सफलता से काफी खुश हैं। लेकिन फिलहाल उन्हें इंतज़ार है, फिल्म के तमिल और तेलगू संस्करण पर लगी रोक के हटने का।हसन अपनी फिल्म के प्रचार के सिलसिले में 31 जनवरी तक मुंबई में थे।
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