Pages

Free counters!
FollowLike Share It

Tuesday 24 January 2012

फेसबुक की ताकत से प्रशासन आया हरकत में




फेसबुक की ताकत से प्रशासन आया हरकत में

Sunday, 22 January 2012 14:17
नयी दिल्ली, 22 जनवरी (एजेंसी) इंटरनेट ज्ञान का सागर ही नहीं बल्कि कई देशों में क्रांति वाहक और भ्रष्टाचार पर लगाम कसने का जरिया भी बनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के हरदोई परिवहन विभाग में रिश्वत नहीं देने के लिए आईआईटी खड़गपुर के एक छात्र की पिटाई के मामले को आॅनलाइन मुहिम में बदल देने से प्रशासन को 48 घंटे के भीतर कार्रवाई करनी पड़ी।
इस मुहिम में जिलाधिकारी हरदोई एम के एस सुंदरम से हुई बातचीत को भी रिकार्ड कर इंटरनेट पर डाल दिया गया जिसमें उनसे कहा गया था कि यदि सात दिन के भीतर संघप्रिय राहुल की पिटाई करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो लोग उनके घर पर गुलाब के फूल के साथ चप्पल और महिलाओं के अंत:वस्त्र भेजना शुरु करेंगे।
फेसबुक पर चली इस मुहिम के कारण प्रशासन को शर्मसार होना पड़ा और वह हरकत में आ गया।
इसके बाद डीएम ने 19 जनवरी को सुबह दस बजे एआरटीओ कार्यालय का निरीक्षण किया और वहां मौजूद दलालों को चलता कर दिया। साथ ही राहुल से बदसलूकी करने वाले कर्मचारियों को निलंबित करने के लिये आर टी ओ, ए के पाण्डेय को निर्देश भी दे दिया। आर टी ओ पाण्डेय ने इस मामले में मुख्य अभियुक्त कनिष्ठ लिपिक अनिल कुमार शुक्ला को निलंबित कर दिया है। 
जिलाधिकारी सुंदरम ने कहा, ''हमें सात दिन का समय दिया गया था पर हमने सिर्फ 48 घंटों में ही इस मामले पर कार्रवाई कर दी। मैंने खुद इस पूरे मामले के बाद की गई कार्रवाई के आदेश को न्याय दिलाने के लिये बनाये गये फेसबुक पेज पर पोस्ट किया


है।''
उन्होंने कहा कि फेसबुक और सोशल नेटवर्किंग की इस ताकत को देख वह भी अब फेसबुक से जुड़ चुके हैं।
जिलाधिकारी सुंदरम ने भाषा से बातचीत में स्वीकार किया कि फेसबुक के जरिए चली इस मुहिम का असर जरूर हुआ है। इसी के चलते उन्होंने तुरंत मामले को संज्ञान में लेते हुये कार्रवाई की और इस प्रकरण की मजिस्टेटी जांच के आदेश भी दे दिये हैं। उनका कहना है कि अभी सिर्फ एक ही लिपिक को निलंबित किया गया है पर जांच में यदि अन्य कर्मचारी भी दोषी पाये जाते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।
आईआईटी खड़गपुर के छात्र राहुल ने भाषा को बताया कि जब उसने कार्यालय में फोटो खिंचवाई तो उससे विभाग के कर्मचारियों ने रिश्वत की मांग की। राहुल और उसके कुछ मित्रों ने पैसे देने से इनकार कर दिया जिसके बाद कर्मचारियों ने उसे कमरे में बंद कर लिया और करीब 12 कर्मचारियों ने उसकी पिटाई शुरु कर दी। उसके दोस्तों ने इस पूरे प्रकरण का वीडियो बनाकर 'यूट्यूब' वेबसाइट पर डाल दिया और लोगों से साथ देने की अपील की।
अमेरिका से 'आरटीआई ऐनोनिमस' नाम से संस्था चला रहे आनंद शर्मा ने फेसबुक, गूगल, ट्विटर के माध्यम से छात्र को न्याय दिलाने के लिये एक आॅनलाइन कैंपेन चलाया और उन्होंने ही जिला्रधिकारी हरदोई का नंबर फेसबुक पर डाल कर लोगों से उन्हें इस मामले में कदम उठाने की अपील करने के लिये कहा।
'जस्टिस फॉर संघप्रिय राहुल' नामक इस मुहिम से हजारों लोग जुुड़ते गये और अनेक लोगों ने जिलाधिकारी को फोन कर इस मामले में ठोस कदम उठाने के लिये कहना शुरु कर दिया, जिसका असर कुछ ही दिनों में सामने आ गया।


No comments:

Post a Comment