ईरान के लिए 13 हजार किलो का बम बना रहा अमेरिका!


वॉशिंगटन. अमेरिका समेत पश्चिमी देशों के सख्त ऐतराज के बावजूद ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाने की जिद पर अड़ा है। इसे देखते हुए अमेरिका ने ईरान पर आर्थिक प्रतिबंध वगैरह लगाने के बाद अब सीधी लड़ाई की तैयारी शुरू कर दी है। इसके तहत अमेरिकी सेना ने 'बंकर-बस्टर' नाम का 13600 किलो वजन का अब तक का सबसे बड़ा पारंपरिक बम बनाने की कवायद तेज कर दी है। 
 
अमेरिका एक जंगी जहाज को हमले के बेस के तौर पर तैयार कर मध्य पूर्व के नजदीक समंदर में भी भेजने वाला है।  अमेरिकी सेंट्रल कमांड की मांग के बाद अमेरिकी नौसेना ने अपने पुराने जंगी जहाज को 'मदरशिप' के तौर पर तैयार कर रहा है। इसका इस्तेमाल नेवी सील का कमांडो दस्ता अपने लिए 'तैरते बेस' के तौर पर कर सकता है।  
 
अमेरिका ने बंकर-बस्टर बमों से ईरान पर हमला कर जमीन के नीचे चल रहे परमाणु हथियारों को तैयार करने के कारखानों को तबाह करने की ओर तेजी से कदम बढ़ा दिए हैं।  अमेरिकी अख़बार 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' ने अमेरिकी अफसरों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमले के समय वैकल्पिक योजनाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 
 
अमेरिका ने यह कदम तब उठाया है जब अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के युद्ध विशेषज्ञ और नियोजक इस नतीजे पर पहुंचे कि उनका सबसे बड़ा पारंपरिक बम ईरान में जमीन के नीचे बहुत ज़्यादा गहराई में बने परमाणु कारखानों को तबाह नहीं कर सकता है।  'वॉल स्ट्रीट जर्नल' ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ऐसे 20 बम तैयार करने में 16 अरब रुपये खर्च कर चुका है। वहीं, पेंटागन को अभी इन बमों को ज़्यादा घातक बनाने के लिए करीब 4 अरब रुपये और चाहिए। पेंटागन संबंधित अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दे दी है।