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Saturday, 2 February 2013

तुम इस्लाम को बदनाम नहीं कर सकते 'शैतान'


तुम इस्लाम को बदनाम नहीं कर सकते 'शैतान'



By visfot news network 01/02/2013 17:21:00
विवादित लेखक सलमान रूश्दी ने एक ओर आज जहां ट्वीट करके पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कहने पर ही उनके कोलकता आने पर रोक लगी, वहीं दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी के कदम को सही ठहराते हुए सलमान रुश्दी को शैतान की संज्ञा दे डाली है। तृणमूल कांग्रेस के नेता और सांसद सुल्तान अहमद ने कहा है कि सलमान रुश्दी इस्लाम को बदनाम करते हैं। सलमान रूश्दी को उनकी पुस्तक पर बनी फिल्म मिडनाइट चिलड्रेन्स के प्रचार के लिए पुस्तक मेले में होनेवाले एक आयोजन में कोलकता आना था, लेकिन राज्य सरकार और पुलिस का विरोध देखते हुए उन्होंने अपना कोलकता दौरा रद्द कर दिया है।
 
अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि आयोजकों द्वारा यह कहना कि मुझे आमंत्रित नहीं किया गया था बिल्कुल झूठ है। मेरे पास आमंत्रण का ईमेल और उनके द्वारा भेजा गया प्लेन का टिकट हैं जो उनके झूठ को साबित कर देगा। उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके आने की पूरी जानकारी मीडिया और मुस्लिम नेताओं को दे दी। निश्चित तौर पर वह विरोध को हवा दे रहे थे। रूश्दी द्वारा लिखा उपन्यास द सैटनिक वर्सेस भारत में प्रतिबंधित है। इस उपन्यास के कुछ किरदारों को लेकर मुस्लिम वर्ग में खासी नाराजगी है।
रूश्दी ने कहा है कि उन्हें कोलकता से दूर रहने की सलाह दी गई। मुझे कहा गया कि अगर मैं कोलकता आता हूं तो मुझे अगली फ्लाइट से ही वापस बैरंग लौटा दिया जाएगा। यह बात साफ है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कहने पर पुलिस ने मेरे कोलकता आने पर पाबंदी लगाई है। खबरों के मुताबकि सलमान रूश्दी को कोलकता पुस्तक मेले में आयोजित साहित्य सम्मेलन में बुधवार को आमंत्रित किया गया था। लेकिन आयोजकों ने बात से इनकार कर दिया कि रूश्दी को पुस्तक मेले या साहित्य सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया गया था। आयोजकों की इस बात पर रूश्दी ने भी आपत्ति जताई है।
दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस को इस बात में कुछ भी गलत नहीं लगता कि रूश्दी को कोलकता आने से रोका गया। तृणमूल कांग्रेस के नेता सुलतान अहमद ने कहा है कि रूश्दी के कोलकता दौरे को रोककर मुख्यमंत्री ने कुछ गलत नहीं किया। इसमें शर्म की कोई बात नहीं है। मैं राज्य सरकार को बधाई देता हूं कि उन्होंने सही निर्णय लिया। सुल्तान ने रूश्दी को घेरते हुए कहा कि तुम इस्लाम को बदनाम नहीं कर सकते। मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बधाई देता हूं कि उन्होंने रूश्दी को कोलकता नहीं आने दिया। धर्म को कोसना मुक्त अभिव्यक्ति नहीं है। स्वामी विवेकानंद और काजी नजरुल इस्लाम की जमीन पर इस तरह की मुक्त अभिव्यक्ति का हम समर्थन नहीं करते हैं।   
फिल्म की निर्देश दीपा मेहता जो उस आयोजन में आमंत्रित थी ने अपना दौरा रद्द कर दिया है। उन्होंने बताया कि वह कोलकता नहीं जा रही है। यह सही नहीं है कि अंतिम समय में रूश्दी के आमंत्रण को रद्द कर दिया गया। वहीं सलमान आज ब्रिटेन वापस लौट गए। कल उन्होंने फिल्म की निर्देश दीपा मेहता के साथ मुम्बई में इस फिल्म मिडनाइट चिलड्रेन्स के प्रीमियर में भाग लिया। भारत में हुए गर्म जोशी से स्वागत पर खुशी जताते हुए सलामन ने ट्वीट किया कि दिल्ली, मुम्बई और हैदराबाद में भारतीय जनता और मीडिया के द्वारा गर्म जोशी से स्वागत का वह धन्यवाद देते हैं।
पिछले साल जयपुर साहित्य महोत्सव में भी सलमान रूश्दी के आगमन को लेकर काफी विवाद हुआ था जिसके बाद उन्होंने महोत्सव में आने का फैसला रद्द कर दिया था। विवाद तो फिर भी हुआ क्योंकि कुछ लेखकों ने रूश्दी की किताब के कुछ अंश विरोध स्वरूप पढ़कर सुनाए थे। जिस पर बाद में विवाद हुआ।


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