हरियाणा में दो दलितों की हत्या
तीन दलित युवकों को उस समय गोली मारी गयी जब वह मोटर साइकिल से कहीं जा रहे थे. महम के कांग्रेसी विधायक आनंद सिंह डांगी मदीना के ही हैं, लेकिन उनका अबतक कोई बयान नहीं आया है. घटना का कारण पुरानी दुश्मनी बताया जा रहा है...
हरियाणा के जिला रोहतक के मदीना गांव में 30 मार्च को दो दलितों की गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गयी. मरने वालों में एक दस वर्षीय बच्चा सुधीर और 22 वर्षीय युवा विक्रम शामिल हैं, जबकि गंभीर रूप से घायल नाबालिग संदीप को रोहतक मेडिकल कॉलेज में भारती कराया गया है. हत्याकांड से गुस्साए दलितों ने कल रोहतक हाइवे जाम किया और मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के रोहतक स्थित आवास पर लाश के साथ प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारियों ने दोषियों को तत्काल गिरफ्तार करने के साथ गाँव में पुलिस चौकी बनाने, पीड़ित परिवारों को नौकरी देने और मृतकों को 50 लाख का मुआवजा देने की मांग की है. माना जा रहा है की दलित युवकों की हत्या गाँव के ही सवर्णों ने की है. दलित युवकों को उस समय गोली मारी गयी जब वह मोटर साइकिल से कहीं जा रहे थे. गौरतलब है कि महम के कांग्रेसी विधायक आनंद सिंह डांगी मदीना के ही हैं, लेकिन उनका अबतक कोई बयान नहीं आया है. घटना का कारण पुरानी दुश्मनी बताया जा रहा है.
शनिवार की शाम गोली लगते ही सुधीर की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी थी, जबकि विक्रम और संदीप को रोहतक स्थित एक मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया. जहाँ विक्रम को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया और संदीप की हालत गंभीर बनी हुई है. हत्याकांड के बाद महम के डीएसपी पृथ्वी सिंह ने घटनास्थल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया. कार्रवाई किये जाने के बारे में पुलिस कह रही है कि संदीप अभी भी खतरे से बाहर नहीं है. डीएसपी पृथ्वी सिंह ने कहा की संदीप के बयान के बाद ही इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई कर पायेगी.
जाति विरोधी संगठन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस बर्बर वारदात की कड़े शब्दों में निंदा की है और दोषियों के खिलाफ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधी) कानून के तहत मामला दर्ज करने की मांग की. संगठन के संयोजक जेपी नरेला ने कहा कि हरियाणा में दलित विरोधी शक्तियों को सरकार की ओर से प्रश्रय मिला हुआ है. हरियाणा की हुड्डा सरकार इंसाफ की मांग कर रहे दलित और अन्य कमजोर समुदाय के लोगों की अवेलहना की है. गुंडों-दबंगों को राजनीतिक और कानूनी संरक्षण देकर इन समुदाय के लोगों को डर के साये में जीने को मजबूर कर दिया है. हमारी मांग है कि केंद्र सरकार भूपेंद्र सिंह हुड्डा की दलित विरोधी सरकार को तुरंत बर्खास्त करे और अपराधियों को संरक्षण देने वाले सभी लोगों पर तत्काल कार्यवाही करे.
शनिवार की शाम गोली लगते ही सुधीर की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी थी, जबकि विक्रम और संदीप को रोहतक स्थित एक मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया. जहाँ विक्रम को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया और संदीप की हालत गंभीर बनी हुई है. हत्याकांड के बाद महम के डीएसपी पृथ्वी सिंह ने घटनास्थल को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया. कार्रवाई किये जाने के बारे में पुलिस कह रही है कि संदीप अभी भी खतरे से बाहर नहीं है. डीएसपी पृथ्वी सिंह ने कहा की संदीप के बयान के बाद ही इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई कर पायेगी.
जाति विरोधी संगठन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इस बर्बर वारदात की कड़े शब्दों में निंदा की है और दोषियों के खिलाफ अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधी) कानून के तहत मामला दर्ज करने की मांग की. संगठन के संयोजक जेपी नरेला ने कहा कि हरियाणा में दलित विरोधी शक्तियों को सरकार की ओर से प्रश्रय मिला हुआ है. हरियाणा की हुड्डा सरकार इंसाफ की मांग कर रहे दलित और अन्य कमजोर समुदाय के लोगों की अवेलहना की है. गुंडों-दबंगों को राजनीतिक और कानूनी संरक्षण देकर इन समुदाय के लोगों को डर के साये में जीने को मजबूर कर दिया है. हमारी मांग है कि केंद्र सरकार भूपेंद्र सिंह हुड्डा की दलित विरोधी सरकार को तुरंत बर्खास्त करे और अपराधियों को संरक्षण देने वाले सभी लोगों पर तत्काल कार्यवाही करे.
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