विमल गुरुंग की घीसिंग दशा अस्मिता राजनीति का नियतिबद्ध हश्र!
লেপচা উন্নয়ন পর্ষদের পর এবার তামাং উন্নয়ন পর্ষদ
সফরের তৃতীয় দিনে পাহাড়ে ঐক্যের বার্তা মুখ্যমন্ত্রীর
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
विमल गुरुंग की घीसिंग दशा अस्मिता राजनीति का नियतिबद्ध हश्र है।अस्मिता और
पहचान की राजनीति के तहत बने तीन राज्यों उत्तराखंड,छत्तीसगढ़ और झारखंड का
हश्र
Saturday, 8 March 2014
ममता मिशन कामय��ब,बनने से पहले ��ीसरा मोर्चा बि���रने लगा,वाम सं��ट गहराया
ममता मिशन कामयाब,बनने से पहले तीसरा मोर्चा बिखरने लगा,वाम संकट गहराया!
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
ममता मिशन कामयाब,बनने से पहले तीसरा मोर्चा बिखरने लगा,वाम संकट गहराया!
जैसे जैसे चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं,पक्ष से पक्षांतर की दूरी मिटने लगी
है।डूबते जहाज छोड़कर चूहों की अंधी दौड़ तेज से तेज होती जा रही है।चुनाव की
तारीखें तय हो चुकी हैं।बंगाल में
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
ममता मिशन कामयाब,बनने से पहले तीसरा मोर्चा बिखरने लगा,वाम संकट गहराया!
जैसे जैसे चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं,पक्ष से पक्षांतर की दूरी मिटने लगी
है।डूबते जहाज छोड़कर चूहों की अंधी दौड़ तेज से तेज होती जा रही है।चुनाव की
तारीखें तय हो चुकी हैं।बंगाल में
Wednesday, 5 March 2014
हमारे शिक्षक ह��ारे मित्र,दिग्���र्शक और अभिभावक हुआ करते थ
हमारे शिक्षक हमारे मित्र,दिग्दर्शक और अभिभावक हुआ करते थेपलाश विश्वास मेरी समस्या यह है कि मैं वक्त निकालकर अपने शिक्षकों पर विस्तार से लिख नहीं सकता।हमारे सहपाठी सहपाठिनों ने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में जो अपनी विशिष्ट पहचान बनायी है,उसमें उनकी बड़ी भारी भूमिका है।सत्तर के दशक में तो नैनीताल डीएसबी कालेज में अद्भुत माहौल था,जो सीधे हमारे श
Fw: क्या शारदा की आड़ में बाकी चि���फंड कंपनियों के हित साधे जा रहे हैं
क्या शारदा की आड़ में बाकी चिटफंड कंपनियों के हित साधे जा रहे हैं?
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
सहारा श्री सुब्रत राय को सुप्रीम कोर्ट की रायके मुताबिक न्यायिक हिरासत में
भेजे जाने के बावजूद सहारा में निवेश करने वाले निवेशकों का पैसा लौटने की
संभावना कम है।आरोप तो कि सहारा में वास्तविक निवेशकों के निवेश के बाजाय
राजनेताओं और दूसरे लोगों के बंहिसाब क
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
सहारा श्री सुब्रत राय को सुप्रीम कोर्ट की रायके मुताबिक न्यायिक हिरासत में
भेजे जाने के बावजूद सहारा में निवेश करने वाले निवेशकों का पैसा लौटने की
संभावना कम है।आरोप तो कि सहारा में वास्तविक निवेशकों के निवेश के बाजाय
राजनेताओं और दूसरे लोगों के बंहिसाब क
क्या शारदा की आ���़ में बाकी चिट��ंड कंपनियों के हित साधे जा रहे हैं
क्या शारदा की आड़ में बाकी चिटफंड कंपनियों के हित साधे जा रहे हैं?
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
सहारा श्री सुब्रत राय को सुप्रीम कोर्ट की रायके मुताबिक न्यायिक हिरासत में
भेजे जाने के बावजूद सहारा में निवेश करने वाले निवेशकों का पैसा लौटने की
संभावना कम है।आरोप तो कि सहारा में वास्तविक निवेशकों के निवेश के बाजाय
राजनेताओं और दूसरे लोगों के बंहिसाब क
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
सहारा श्री सुब्रत राय को सुप्रीम कोर्ट की रायके मुताबिक न्यायिक हिरासत में
भेजे जाने के बावजूद सहारा में निवेश करने वाले निवेशकों का पैसा लौटने की
संभावना कम है।आरोप तो कि सहारा में वास्तविक निवेशकों के निवेश के बाजाय
राजनेताओं और दूसरे लोगों के बंहिसाब क
Monday, 3 March 2014
बाजार की जहरील�� मछलियों से बचना उतना आसान भी नहीं ह
बाजार की जहरीली मछलियों से बचना उतना आसान भी नहीं है
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
बंगाल में मछलियों की खपत खूब होती है। महाराष्ट्र और दूसरे समुद्रतटवर्ती
इलाकों में भी मछलियों की खपत बहुत ज्यादा है। लेकिन सरकारी दावों और
कार्यक्रमों के विपरीत बंगाल में मत्स्यसंकट बाकी राज्यों की तुलना में कहीं
ज्यादा है।इसी वजह से बाजार भाव चाहे कुछ भी हो,मछली बाजा
एक्सकैलिबर स्टीवेंस विश्वास
बंगाल में मछलियों की खपत खूब होती है। महाराष्ट्र और दूसरे समुद्रतटवर्ती
इलाकों में भी मछलियों की खपत बहुत ज्यादा है। लेकिन सरकारी दावों और
कार्यक्रमों के विपरीत बंगाल में मत्स्यसंकट बाकी राज्यों की तुलना में कहीं
ज्यादा है।इसी वजह से बाजार भाव चाहे कुछ भी हो,मछली बाजा
जिनके प्राणभंवर ईवीएममध्ये ब��ै, उनन से काहे क��� बदलाव की आस की���ै? दो दलीय अमेर���का परस्त कारपोरेट
जिनके प्राणभंवर ईवीएममध्ये बसै, उनन से काहे को बदलाव की आस कीजै?
दो दलीय अमेरिका परस्त कारपोरेट बंदोबस्त अस्मिताओं का महाश्मशान!
पलाश विश्वास
सुधा राजे ने लिखा है
तुम्हें ज़िंदग़ी बदलने के लिये पूँजी जमीन
और कर्मचारी चाहिये
मुझे समाज बदलने के लिये केवल अपने पर
हमले से सुरक्षा और हर दिन मेरे हिस्से
मेरा अपना कुछ समय और उस समय को मेरी अपनी मरज़ी से खर्
दो दलीय अमेरिका परस्त कारपोरेट बंदोबस्त अस्मिताओं का महाश्मशान!
पलाश विश्वास
सुधा राजे ने लिखा है
तुम्हें ज़िंदग़ी बदलने के लिये पूँजी जमीन
और कर्मचारी चाहिये
मुझे समाज बदलने के लिये केवल अपने पर
हमले से सुरक्षा और हर दिन मेरे हिस्से
मेरा अपना कुछ समय और उस समय को मेरी अपनी मरज़ी से खर्
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