सरकार गीता को 'राष्ट्रीय पुस्तक' घोषित करेः बीजेपी
20 Dec 2011, 1429 hrs IST,पीटीआई
नई दिल्ली।। रूस में भगवद्गीता को 'उग्रवादी साहित्य' बताकर बैन करने की मुहिम पर मंगलवार दो दूसरे दिन भी संसद में हंगामा हुआ। लोकसभा में विपक्ष की नेता और बीजेपी लीडर सुषमा स्वराज ने सरकार से गीता को 'राष्ट्रीय पुस्तक' घोषित करने की मांग की।
सुषमा ने मंगलवार को विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा के इस मामले पर दिए गए बयान के बाद यह मांग की। कृष्णा ने रूस में भगवद्गीता के खिलाफ शिकायत को 'पूरी तरह निरर्थक' बताया। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है।
विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा ने लोकसभा में कहा, 'रूसी कोर्ट में इस मामले की शिकायत कुछ मूर्ख और गुमराह अथवा उकसाए गए व्यक्तियों का काम है। यह शिकायत पूरी तरह निरर्थक है, हमने इसे गंभीरता से लिया है और रूस में भारतीय दूतावास इस पर पैनी नजर बनाए हुए है।'
विदेश मंत्री ने कहा, ' हमें यकीन है कि हमारे रूसी मित्र, जो हमरी सभ्यता के मूल्यों एवं सांस्कृतिक संवेदनशीलता को समझते हैं, इस मसले का जरूरी समाधान कर लेंगे।'
कृष्णा के बयान के बाद विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सुझाव दिया कि भगवद्गीता को राष्ट्रीय पुस्तक घोषित कर दिया जाए, जिससे कोई भी इसका अपमान करने की जुर्रत न कर सके। उन्होंने कहा कि इस मामले में रूसी अधिकारियों से बातचीत काफी नहीं है। सरकार को रूस में भगवद्गीता पर लगाए गए बैन के खिलाफ ठोस कदम उठाने चाहिए।
20 Dec 2011, 1429 hrs IST,पीटीआई
नई दिल्ली।। रूस में भगवद्गीता को 'उग्रवादी साहित्य' बताकर बैन करने की मुहिम पर मंगलवार दो दूसरे दिन भी संसद में हंगामा हुआ। लोकसभा में विपक्ष की नेता और बीजेपी लीडर सुषमा स्वराज ने सरकार से गीता को 'राष्ट्रीय पुस्तक' घोषित करने की मांग की।
सुषमा ने मंगलवार को विदेश मंत्री एस.एम. कृष्णा के इस मामले पर दिए गए बयान के बाद यह मांग की। कृष्णा ने रूस में भगवद्गीता के खिलाफ शिकायत को 'पूरी तरह निरर्थक' बताया। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है।
विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा ने लोकसभा में कहा, 'रूसी कोर्ट में इस मामले की शिकायत कुछ मूर्ख और गुमराह अथवा उकसाए गए व्यक्तियों का काम है। यह शिकायत पूरी तरह निरर्थक है, हमने इसे गंभीरता से लिया है और रूस में भारतीय दूतावास इस पर पैनी नजर बनाए हुए है।'
विदेश मंत्री ने कहा, ' हमें यकीन है कि हमारे रूसी मित्र, जो हमरी सभ्यता के मूल्यों एवं सांस्कृतिक संवेदनशीलता को समझते हैं, इस मसले का जरूरी समाधान कर लेंगे।'
कृष्णा के बयान के बाद विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने सुझाव दिया कि भगवद्गीता को राष्ट्रीय पुस्तक घोषित कर दिया जाए, जिससे कोई भी इसका अपमान करने की जुर्रत न कर सके। उन्होंने कहा कि इस मामले में रूसी अधिकारियों से बातचीत काफी नहीं है। सरकार को रूस में भगवद्गीता पर लगाए गए बैन के खिलाफ ठोस कदम उठाने चाहिए।
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